विश्व प्रसिद्ध पवित्र तीर्थ स्थल गोवर्धन धाम आषाढ़ पूर्णिमा मुड़िया मेला अपने यौवन पर प्रारंभ हो गया है प्रशासनिक व्यवस्था राम भरोसे चल रही हैं
करोड़ों रुपए की कीमत से बना जन सुविधा केंद्र मोटरसाइकिल स्टैंड में तब्दील तीर्थयात्री भटक रहे हैं शौच आदि के लिए




मानसी गंगा इस क्षेत्र क्षेत्र में उत्तर प्रदेश राज्य विकास परिषद एवं अन्य मदों से श्रद्धालु भक्तों की व्यवस्था जन सुविधा उपलब्ध कराने हेतु करोड़ों की कीमत का जन सुविधा केंद्र का निर्माण मानसी गंगा के पास में किया गया है जो कि शो पीस बना हुआ है छाया चित्रों के माध्यम से बताया जा रहा है कि मुख्य दरवाजे पर किस प्रकार से ताले लटके हुए हैं मेला प्रशासन धृतराष्ट्र बनकर मिला की व्यवस्थाओं में जाने किस कदर से लगा हुआ है पता ही नहीं चल रहा है क्षेत्रीय नागरिकों में अव्यवस्था के कारण आक्रोश पनप रहा है सुबह के लगभग मानसी गंगा में एक व्यक्ति प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण चोटिल हो गया दूसरे चित्र के माध्यम से आपको ज्ञात होगा कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद प्रशासनिक व्यवस्था मुड़िया मेला प्रभारी किस प्रकार से मेला के साथ में खिलवाड़ कर रहे हैं तीर्थयात्री दर-दर के लिए ठोकर खा रहे हैं शौच आदि की व्यवस्था नहीं की गई है स्नान के लिए दर-दर भटक रहे हैं क्षेत्रीय नागरिक मनोज पाठक स्वामी पवन शर्मा ने बताया है कि प्रशासन स्थानीय व्यक्तियों का उत्पीड़न कर रहा है जबकि यात्रियों की व्यवस्था में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की जा रही है भटकते हुए डोल रहे हैं करोड़ों रुपए सुविधाओं के नाम पर बहा दिया गया है जो 4 दिन की बरसात में बह जाएगा और फर्जी कागज लगाकर माल को डकार जाएंगे स्थानीय नागरिकों ने बताया है लगभग 20 वर्ष से मेला दिन प्रतिदिन करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु भक्त आते हैं लेकिन प्रशासन के हाथ पांव फूल जाते हैं कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाते हैं मथुरा गोवर्धन मार्ग संपूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त है कभी भी संगीन घटना घटित सकती है
महिलाओं की अव्यवस्था को देखते हुए श्री गोवर्धन पीठ के आचार्य गणों द्वारा मेले का बहिष्कार कर दिया है अब देखना यह है कि 10 जुलाई से होने वाले मेला सकुशल संपन्न हो पाता है या नहीं